सौंफ - 1 tsp , भूनकर पिसी हुई
जीरा - 3/4 tsp , भूनकर पिसा हुआ
लाल मिर्च - 1/2 tsp या स्वादानुसार
हींग - एक चुटकी से अधिक , तवे पर हल्की भुनी हुई
गरम मसाला - 1 tsp
सोंठ - 1/6 tsp ( ऑप्शनल )
काला नमक - 1/4 tsp ( ऑप्शनल )
नमक - स्वादानुसार
मटर - 3 tbsps पाउडर
सूखी हरी मटर को पीस कर बारीक पाउडर कर लीजिए।
छानकर यदि कोई दाना रह गया हो तो उसे फिर से पीस लीजिये।
हींग को गरम तवे पर हल्का भून लीजिये।
जीरा भूनकर पीस लीजिये।
बड़ी वाली सौंफ को गुलाबी भूनकर पीस लीजिये।
अब सभी सामग्री को 2 से 3 राउंड मिक्सी में पीस लीजिये।
कांच की धूप दिखाई हुई बोतल में भर कर रख लीजिए।
जब कचौड़ी या पराठा बनाना हो तो मात्र आधा घण्टे पहले गुनगुने पानी से भिगो दीजिये।
पानी उतना ही डालिये जितने में वह भीग जाए पर पानी ऊपर न दिखाई दे।
इसमें भरते समय अपनी पसंद के अनुसार अमचुर पाउडर भी मिलाया जा सकता है।
आटा या मैदा गूँध कर इसी मटर की पीठी को भरिये और बेमौसम कचौड़ी या पराठा बना कर खाइये।
यदि समय से धूप दिखाते रहें और साफ सफाई से बोतल में बन्द करके रखें तो यह मटर का मसाला छह महीने तक एक्सपायर नहीं होता।
यहाँ आपसे एक चाय के साथ सर्व करने वाली मटर कचौड़ी का ज़िक्र करना चाहूँगी।
इसकी फिलिंग में थोड़ा सा गुड़ कद्दूकस करके, अमचुर , किशमिश, बारीक कटी हुई हरी मिर्च और बारीक कटी अदरक भी मिलाइये।
अगर ताजी मटर की फिलिंग तैयार करें तो भी मसाले यही डालेंगें। बस मटर को पीस कर रिफाइंड में हींग जीरे का तड़का लगा कर पिसी मटर को खूब अच्छा गुलाबी रंग आने तक भूनें। मसाला , हरी मिर्च , अदरक और नमक मिलायें। गैस बंद करके गुड़ , अमचुर और किशमिश मिलायें। फिलिंग ठंडी हो जाने पर भरें।
अंत में वही पुराना आग्रह ....
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नोट :- चित्र गूगल से आभार सहित।
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