स्याह जीरा या काला जीरा बहुत गुणकारी होता है।
यह शरीर को ऊर्जा देता है।
सर्दी जुखाम में लाभदायक है।
यह पाचन सम्बन्धी समस्याओं को दूर करता है।
इसमें एंटीमाइक्रोबियल पाया जाता है, जिससे पाचन संबंधी परेशानियां दूर होती हैं।
स्याह जीरे के सेवन से पेट-दर्द,दस्त, पेट में कीड़े होना, गैस्ट्रिक, पेट फूलना आदि परेशानियाँ कम होने लगती हैं।
स्याह जीरा सिर दर्द और दांत दर्द की समस्या में भी उपयोगी होता है। तेज सिर दर्द में काले जीरे के तेल को माथे पर लगाने से सिर दर्द कम होने लगता है।
स्याह जीरा दांत के दर्द को भी कम करता है। अगर आपके दांत में दर्द हो तो आप काले जीरे के तेल की कुछ बूंद गर्म पानी में डालकर कुल्ला कर लें। इससे आपके दांत दर्द में तुरंत राहत मिलेगी।
स्याह जीरा रात को पानी में भिगो कर रख दें। सुबह सबसे पहले वह पानी पीने से वजन कम होता है।
इस सबसे अधिक महत्वपूर्ण बात ये है कि स्याह जीरा इम्युनिटी बूस्टर है। इसका नियमित प्रयोग इम्युनिटी बढ़ाता है।
गरम मसाला बनाते समय स्याह जीरा अवश्य मिलाना चाहिए।
पुलाव में स्याह जीरे की खुशबू बहुत अच्छी लगती है।
नोट :-
प्राकृतिक चीजें तुरन्त अपना असर नहीं दिखाती हैं। कम से कम तीन महीने का समय उन्हें देना पड़ता है।
यदि आपको किसी भी खाद्य पदार्थ से एलर्जी हो तो पहले किसी चिकित्सक से राय अवश्य कर लें। यह मान कर नहीं चलिए कि खाने की वस्तु है इसलिए सब ठीक हो जाएगा क्योंकि एलर्जी कई बार बहुत बड़ा नुकसान भी कर देती है।
लाभप्रद जानकारी।
ReplyDeleteहार्दिक आभार
ReplyDelete