Thursday 13 May 2021

जीत जायेंगें हम ...【4】


 

चने की दाल मरीज को दी जा सकती है। यह ईमानदारी से बताऊँ तो मुझे पहली बार पता चला। वैसे तो चने में फाइबर, आयरन ,जिंक, फोलेट,प्रोटीन पाया जाता है जिसके कारण यह डायबिटीज और रक्ताल्पता के मरीजों के लिए लाभदायक होता है। फाइबर की अधिकता के कारण यह कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखता है। कुल मिलाकर चने के गुणों की चर्चा निम्न बिंदुओं में की जा सकती है :-

1. चने की दाल शरीर में आयरन की कमी को पूरा करती है और हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाने में मदद करती है।


2. डायबिटीज पर नियंत्रण रखने में चने की दाल बेहद कारगर रहती है। यह ग्लूकोज की अधि‍क मात्रा को अवशोषित करती है।


3. चने की दाल का सेवन पीलिया/ जॉन्डिस में भी बहुत फायदेमंद होती है।


4. फाइबर पाये जाने के कारण चने की दाल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को घटाये रखती है जिससे हृदय को नुकसान न हो।


5.  चने की दाल जिंक, कैल्श‍ियम, प्रोटीन, फोलेट आदि से भरपूर होने के कारण शरीर की एनर्जी बनाये रखकर आवश्यक और जरूरी ऊर्जा देती है।


6. चने की दाल खाने से पाचनतंत्र ठीक रहता है और पेट की सारी समस्याओं से राहत मिलती है।


आज शाम की चाय में सिंधी व्यंजन “ दाल पकवान ” आपको दिखा रही हूँ। खिला तो पता नहीं कब पाऊँगी।



दाल बनाना बहुत आसान है और उसके साथ खाई जाने वाली मट्ठी मूलतः पकवान कही जाती है और मैदे से बनती है। मरीज को मैदा मना होता है इसलिए गेंहू का आटा या मल्टीग्रेन आटे की मट्ठी बनाना उचित होता है। कोशिश करें कि बजाय फ्राई करने के मट्ठी बेक कर लें। मट्ठी अपने मनपसंद साइज की बनाइये। ओरिजनल बड़ी होती है और थोड़ी मोटी भी। जबकि मुझे पतली और छोटी मट्ठी अधिक सुविधाजनक लगती है। बड़ी मट्ठी को अलग-अलग shapes में भी काट कर बेक या फ्राई किया जा सकता है।



आधा कटोरी भीगी हुई चने की दाल नमक हल्दी के साथ उबाल लीजिये। एक बड़े चम्मच तेल में हींग, जीरा,लौंग, दालचीनी,साबुत लाल मिर्च, करी पत्ता और तेजपत्ते का तड़का दीजिये। उसमें दो बारीक कटे टमाटर डालकर तेल छूटने तक धीमी से मध्यम आंच पर चलाते हुए भून लीजिये और दाल में मिला दीजिये। आप चाहें तो स्वादानुसार गरम मसाला भी मिला लें, उससे स्वाद बढ़ जाता है। दाल को 3 से 5 मिनट धीमी आंच पर ढक्कन लगाकर पकने दीजिये। सर्व करते समय मट्ठी पर दाल रखिये और बारीक कटी प्याज , हरी मिर्च और हरी धनिया से सजा दीजिये।


यहाँ एक सुझाव सामान्य लोगों के लिए जोड़ रही हूँ। दाल तैयार हो जाने पर छौंकने से पहले उसमें एक छोटी सी डली गुड़ की डाल दीजिए। दाल छौंकने और पका लेने के बाद उसमें स्वादानुसार हरी धनिया की खट्टी चटनी और इमली की मीठी चटनी मिलाइये तब सर्व कीजिये।



साथ में सप्ताह में एक बार कुछ हल्की मिठास वाला मीठा दीजिये जिससे मरीज को अच्छा लगेगा। 




12 ब्रिटानिया मैरी गोल्ड बिस्कुट को मिक्सी में बारीक कर लीजिए। बिस्कुट पाउडर में 1/2 tsp आयल मिलाइये। सर्विंग ग्लास या बोल में बिस्कुट पाउडर की लेयर लगाइए। ऊपर से कस्टर्ड डालिये। बीच में एक पतली लेयर बिस्कुट पाउडर की और लगाई जा सकती है। ऊपर से कस्टर्ड डालिये। सजाने के लिए अनार के दाने, कीवी, ड्रैगन फ्रूट, कटी हुई बादाम, अखरोट, काली किशमिश डालिये।

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