Tuesday 6 October 2020

बालूशाही


पूजा पाठ हो या ब्याह मुण्डन जनेऊ किसी भी अवसर पर मिठाई का अपना महत्व होता है। कुछ मिठाई ऐसी होती हैं जो हर उत्सव में खासतौर पर बनाई जाती हैं जैसे लड्डू, गुलाबजामुन, कालाजाम, बालूशाही, काजू कतरी, तिरंगी बर्फी आदि। यह सभी काजू कतरी को छोड़कर देसी मिठाई की श्रेणी में आती हैं।

आज बनाते हैं बालूशाही जिसके लिए बहुत अधिक सामग्री की आवश्यकता भी नहीं होती।

Ingredients :-

मैदा              - 2 कप

पानी             - 1/2 कप

शुद्ध घी          - 1/2 कप , पिघला हुआ
नमक             - 1/2 tsp

बेकिंग पाउडर  - 1/2 tsp

तलने के लिए शुद्ध घी 

शक्कर            - 2 कप 

पानी                - 1 कप

पिसी इलायची   - 1/4 tsp

केसर                - 3,4 धागे 1 tsp पानी में भीगे हुए 

पिस्ता               - 5,6 बारीक कटा हुआ, सजावट के लिए 

Step I

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शक्कर और पानी से गाढ़ी चाशनी , कम से कम तीन तार की, बना लीजिए।

नींबू का रस मिलाइये और कम से कम 3,4 मिनट उबलने दीजिये।नींबू का रस शक्कर वापस क्रिस्टल न बन जाये इसलिए डाला जाता है।

गैस बंद करके ठंडा होने दीजिए।

गुनगुनी गर्म रह जाने पर इलायची और केसर पानी सहित मिला लीजिए।

Step II

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मैदे में नमक और बेकिंग पाउडर मिलाइये।

नमक मैदे के स्वाद को दबाने के लिए डालते हैं।

घी डालकर मिलाइये।

हाथ से बहुत अच्छी तरह रगड़ कर मोयन कीजिये।

मैदा जब खिल जाये तब पानी डालकर मैदे को जोड़ लीजिये।

मैदा को गूँधना नहीं है।

अब जुड़े हुए मैदे को ढ़ककर 20 मिनट के लिए रख दीजिए।

हाथ से मैदे को थपथपा कर रोटी जैसा बड़ा कीजिये।

चाकू से बीच से दो हिस्से में काट दीजिये।

दोनों पीस एक दूसरे के ऊपर रखकर फिर थपथपा कर बड़ा कीजिये और चाकू से काटकर चार टुकड़े करके एक दूसरे के ऊपर रखिये और हाथ से थपथपा कर फिर से बड़ा कीजिये।

अब फिर बड़े पीस को चार हिस्से में काट कर एक दूसरे के ऊपर रखकर थपथपा कर बड़ा कीजिये।

रोटी को रोल करके ढ़ककर 10 मिनट तक रखा रहने दीजिए।

अब रोल को फिर से परात में आटे जैसा गोला बना लीजिए।


इसमें से छोटी-छोटी लोई तोड़ लीजिये।

लोई को हथेलियों से बहुत हल्का प्रेशर देते हुए एक चपटी गोली बनाइये।


बीच में अँगूठे से डिम्पल बनाने के लिए गड्ढा कर लीजिए।



Step III 

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तलने के लिए घी गरम कीजिये।

आँच धीमी रखिये।



मैदे की गोलियाँ डालिये।।

अधिक चलाइये मत।

सुनहरी होने तक तलें।

निकाल कर सीधे चाशनी में भिगोइये।

10 मिनट बाद हर गोली पलट दीजिये।

5 मिनट बाद निकालकर थाली में सेट होने के लिए अलग-अलग रखिये।

डिंपल पर पिस्ता सजाइये।

दो से तीन घण्टे बाद सर्व कीजिये।



बनाइये, खिलाइए और खाइये।

साथ ही अपनी राय बताइए।

संभव हो तो मेरे ब्लॉग को follow कर लीजिये।

Monday 5 October 2020

ढाबा स्टाइल पनीर : neeta’s special




 

पनीर           - 300 gm

प्याज          - 3 मध्यम आकार के, बारीक कटा

टमाटर         - 3 मध्यम आकार का, कद्दूकस किय

दही             - 1/2 कप , हल्का फेंटा हुआ

अदरक         - 1 इंच बारीक कटी

हरी मिर्च        - 1 या 2 बारीक कटी 

लहसुन          -  6,7 कली,  बारीक कटा 

तेजपत्ता         - 1

दालचीनी        - 1 टुकड़ा

लौंग               - 5,6

काली मिर्च       - 5,6

बड़ी इलायची    - 1

छोटी इलायची   - 4,5

जीरा                - 1/2 tsp

लाल मिर्च सूखी  - 2 या 3

धनिया पाउडर    -  3 tsps

कश्मीरी लाल मिर्च -  1 tsp

लाल मिर्च             - 1 tsp

भुना जीरा पाउडर   - 1 tsp

बेसन                    - 2 tsps

हल्दी                   - 1/4 tsp

भुनी हुई कसूरी मेथी - 1 tsp 

शुद्ध घी                    - 1 tbsp

रिफाइंड ऑयल          - 2 tbsps


पनीर को थोड़ा बड़े टुकड़ों में काट लें।

रिफाइंड ऑयल गरम करके पनीर के टुकड़ों को गुलाबी तल लें और नमक मिले पानी में भिगो दें।



कड़ाही में शुद्ध घी डालें और खड़े मसाले डालकर तड़का तैयार करें , फिर उसी में बचा हुआ रिफाइंड ऑयल भी डाल दें।




धीमी आंच पर प्याज डालकर सुनहरा भूनें जिससे प्याज का मीठापन उभर आये।






अदरक हरी मिर्च, लहसुन डालकर दो मिनट भूनें।








टमाटर डालें और साथ ही नमक डालें जिससे टमाटर का रंग निखर आये।



अच्छी तरह भूनने के बाद जब तेल छूटने लगे तो सारे सूखे मसाले बेसन के साथ डालकर अच्छी तरह 2 मिनट तक भूनें।

अब आँच एकदम धीमी करके इसमें दही मिलाएँ और लगातार चलाते हुए भूनें नहीं तो दही फट जाएगा।



जब तेल एकदम बाहर दिखाई देने लगे तो गरम मसाला और कसूरी मेथी डालें और चलाकर थोड़ा सा पानी डालकर भूनें।


जब तेल छूटने लगे तो 11/2 tbsps पानी और मिलायें और चलाते हुए भूनें।


जब तेल छूट जाए तो पनीर के टुकड़े डालें और मिला दें और एकदम धीमी आंच पर ढककर पकायें।



दो मिनट बाद चेक करें, जब तेल ऊपर आ जाये तो गैस बंद कर दें।



आपका ढाबा स्टाइल पनीर : neeta's special तैयार है।

अपनी राय से अवगत करवाना नहीं भूलिएगा।

सम्भव हो तो ब्लॉग को follow कर लीजिए।

चने की घुघरी


         चना स्वास्थ्य के लिए बेहतरीन अन्न माना जाता है। चना गुड़ सबसे अधिक पसंद किया जाने वाला चबैना है। कोई बाहर से थका मांदा आये तो पानी के साथ गुड़ चना खाने को दिया जाता है।

        काला चना फोलेट्स, फाइबर, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कॉपर, आयरन और फॉस्फोरस से भरपूर है। ये त्वचा के लिए फायदेमंद है। इसके साथ ही चने के पानी से चेहरा धोने से चेहरे पर चमक आती है। काला चने से शरीर को उर्जा मिलती है।

         फाइबर से भरपूर काला चना पाचन क्रिया के लिए विशेष फायदेमंद होता है। रात में भिगोकर रखे गए चने को खाने से कब्ज की समस्या में लाभ मिलता है। साथ ही जिस पानी में चने को भिगोया गया हो उस पानी को फेंकने के बजाय पीने से भी फायदा होता है।

         काले चने में आयरन होता है जो अनीमिया को रोकने में सहायक होता है।

           काला चना एंटीऑक्सिडेंट्स, एंथोसायनिन, फाइटोन्यूट्रिएंट्स और एएलए से भरपूर होता है, जो हृदय रोग की समस्याओं को दूर करके स्वस्थ रक्त वाहिकाओं को बनाए रखने और ऑक्सीडेटिव तनाव से निपटने में सहायक होता है।  

          काला चना फोलेट और मैग्नीशियम का भी एक अच्छा स्रोत है, जो दिल के दौरे और स्ट्रोक के खतरे को कम करने में सहायता करता है।

           काले चने में घुलनशील फाइबर होता है और यह कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करता है। काला चना एलडीएल कोलेस्ट्रॉल और  ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने में मदद करता है।

            चना डायबिटीज कंट्रोल करता है। काले चने में मौजूद कार्बोहाइड्रेट धीरे-धीरे पच जाते हैं जिसके कारण ब्लड शुगर के स्तर को कम किया जा सकता है।

              कुल मिलाकर गरीब की मेवा होता है काला चना। भाड़ में भुने चने हों या आलू चने की सब्जी हो या चाय के साथ के लिए चनाजोर गरम हो अथवा चने की घुघरी हो सभी अलग-अलग बेजोड़ स्वाद वाले व्यंजन हैं। चने के सत्तू से बना पराठा न जाने कितनों की सुबह के नाश्ते की पहली पसंद है। चने से बना बेसन तो हर रसोई की शान है।

चलिए आज बनायें घुघरी।
सबसे बेसिक रेसिपी है ये।
घुघरी बनाइये और साथ में एक कुल्हड़ चाय ले लीजिए , निश्चित जानिए आनंद आ जायेगा।

Ingredients :-

चना                   - 3/4 कप
प्याज                  - 3  मध्यम आकार के 
लहसुन                - 7,8 कली
हरी मिर्च              - 3,4
अदरक                 - 1 इंच टुकड़ा 
सूखी लाल मिर्च      - 2 मध्यम आकार की
अजवायन             - 1 tsp
हींग                      - 1/4  tsp   
नमक                    - स्वादानुसार    

Step I
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दो प्याज छीलकर पतले लंबे काट लीजिये।
लहसुन, अदरक व हरी मिर्च बारीक काट लीजिये।
चने का पानी छानकर निकाल दीजिये।
कुकर में चना डालिये और 1/2 tsp नमक मिलाइये तथा चने पर इतना पानी डालिये जो 5,6 सीटी आने तक सूखे और उसे मध्यम आँच पर रखिये। 5,6 सीटी आने के बाद गैस बंद कर दीजिए।

Step II
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गरम कढ़ाई में सरसों का तेल डालिये।
हींग, अजवायन और सूखी साबुत लाल मिर्च का तड़का दीजिये।
लहसुन डालिये और गहरा गुलाबी भूनिये।
अदरक और हरी मिर्च डालकर दो मिनट भूनिये।


चना डालिये और एक मिनट भूनिये।
धीमी आंच पर ढ़ककर दो मिनट पकने दीजिये।
नमक डालिये।
एक मिनट चला कर फिर 2 से 3 मिनट ढक कर पकाइए।
ढक्कन हटा कर अच्छी तरह चना 5,7 मिनट तक भूनिये।
आपकी घुघरी तैयार है।


सर्व करने के लिए साथ में गोल कटे प्याज के rings सर्व कीजिये।
अलग से हरे लहसुन की चटनी भी मिलाकर खाने में अच्छी लगती है।

आप अपनी राय से अवगत कराना नहीं भूलिएगा।
सम्भव हो तो ब्लॉग को follow कर लीजिए।