Saturday, 7 November 2020

इंस्टेंट गुलाबजामुन

 


“ दीपावली की मीठी शुरुआत ”

देसी मिठाइयों का कोई मुकाबला नहीं होता। जलेबी,इमरती,गुलाबजामुन, कालाजाम,चमचम,रसगुल्ला, मालपुआ,गुझिया आदि अधिकांश लोगों की पहली पसंद होती है।

परंपरागत तरीके से मिठाइयों का बनाया जाना ही उचित होता है क्योंकि उसकी विधि के हर स्टेप के पीछे कुछ न कुछ तर्क़ जुड़ा होता है। वह विशेष बात ही पकवान के स्वाद को न केवल बढ़ाता है बल्कि उसकी पौष्टिकता को भी काफी हद तक नियंत्रण में रखता है।

आजकल आपाधापी के दौर में सबसे पहले तो इतनी फ़ुरसत नहीं होती कि बाजार जाए और हर सामग्री लाये। दूसरे कभी-कभी सामान आ गया तो बनाने की फ़ुरसत नहीं मिलती। शायद यही वजह रही होगी कि “ इंस्टेंट ” शब्द व्यंजनों के साथ भी जुड़ गया। पारंपरिक सामग्री को छोड़कर शार्ट कट के लिए अनेक चीजों के साथ प्रयोग शुरू हुए जो पारंपरिक व्यंजन का हूबहू नहीं तो काफी स्वाद व रूप-रंग की नकल बनाने में सफल रहे।

आज मैंने पारले जी बिस्कुट से गुलाबजामुन बनाये। कुछ लोगों ने खाया और तारीफ भी की।

आपको सामग्री और विधि बता देती हूँ जिसे आप चाहें तो बना कर देखिएगा।

Ingredients :-

पारले जी बिस्कुट  - 130 gm

मिल्क पाउडर       - 1 tbsp

दूध                        - आवश्यकतानुसार 

शुद्ध घी                  - तलने के लिए

शक्कर                   - 3/4 कप

पानी                       - 3/4 कप

इलायची पाउडर     - 1/4 tsp


Method :-

शक्कर और पानी से दो तार की चाशनी बना लीजिए।



गैस बंद करके इलायची पाउडर डाल दीजिए।

पारले जी बिस्कुट को मिक्सी में पाउडर कर लीजिए।

चलनी से छान कर यदि कोई टुकड़ा रह गया हो तो उसे वापस दुबारा पीस लीजिये।

बिस्कुट पाउडर में मिल्क पाउडर मिलाइये।



रूम टेम्परेचर पर आ गए दूध से सख़्त आटा गूँधइये।



छोटी गोलियाँ  एकदम चिकनी बना लीजिए।



घी गरम कीजिये।

मध्यम आँच पर गोलियाँ सुनहरी फ्राई कीजिये।

गोलियों के सुनहरा हो जाने पर घी से निकाल कर चाशनी में डुबाइये।



दो से तीन घण्टे ढ़ककर रखिये।



सर्व करने से पहले माइक्रोवेव में गर्म कर लीजिए।

बस मेरे ब्लॉग को फॉलो करना नहीं भूलिएगा।

हो सके तो बताइयेगा रेसिपी आपको कैसी लगी।

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