Kitchen is a place of CREATIVITY. All worries vanish here. Colourful vegetables,fruits, grains and spices inspire to mix-n-match and create something delicious. Sometimes fusion cooking gives goosebumps. It is amazing to meet the end result. One must explore here. Enjoy cooking by performing various experiments with grocery.
Friday, 28 May 2021
Superfood Cookies
Sunday, 23 May 2021
गोलगप्पा रे ! सुन तेरी कहानी ...
लखनऊ का भीड़भाड़ वाला अमीनाबाद,सबसे पुराना चौक बाजार हो, या नफ़ीस बाज़ार हज़रतगंज हो, पूरे लखनऊ में चाट की शानदार उपस्थिति पाई जाती है। आलू की गरमागरम टिकिया, नींबू वाली मटर, दही चटनी के बताशे और गोलगप्पे सबको दीवाना बनाये रखते हैं। कहते हैं स्त्रियाँ तो चाट की शौकीन होती ही हैं पर पुरुषों को भी चाट के ठेले हों या दुकान मैंने खूब चाट खाते देखा है। गोलगप्पों के ठेले तो राह चलते भी हर जगह मिल जायेंगें।
Thursday, 13 May 2021
जीत जायेंगें हम ...【4】
चने की दाल मरीज को दी जा सकती है। यह ईमानदारी से बताऊँ तो मुझे पहली बार पता चला। वैसे तो चने में फाइबर, आयरन ,जिंक, फोलेट,प्रोटीन पाया जाता है जिसके कारण यह डायबिटीज और रक्ताल्पता के मरीजों के लिए लाभदायक होता है। फाइबर की अधिकता के कारण यह कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखता है। कुल मिलाकर चने के गुणों की चर्चा निम्न बिंदुओं में की जा सकती है :-
1. चने की दाल शरीर में आयरन की कमी को पूरा करती है और हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाने में मदद करती है।
2. डायबिटीज पर नियंत्रण रखने में चने की दाल बेहद कारगर रहती है। यह ग्लूकोज की अधिक मात्रा को अवशोषित करती है।
3. चने की दाल का सेवन पीलिया/ जॉन्डिस में भी बहुत फायदेमंद होती है।
4. फाइबर पाये जाने के कारण चने की दाल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को घटाये रखती है जिससे हृदय को नुकसान न हो।
5. चने की दाल जिंक, कैल्शियम, प्रोटीन, फोलेट आदि से भरपूर होने के कारण शरीर की एनर्जी बनाये रखकर आवश्यक और जरूरी ऊर्जा देती है।
6. चने की दाल खाने से पाचनतंत्र ठीक रहता है और पेट की सारी समस्याओं से राहत मिलती है।
आज शाम की चाय में सिंधी व्यंजन “ दाल पकवान ” आपको दिखा रही हूँ। खिला तो पता नहीं कब पाऊँगी।
दाल बनाना बहुत आसान है और उसके साथ खाई जाने वाली मट्ठी मूलतः पकवान कही जाती है और मैदे से बनती है। मरीज को मैदा मना होता है इसलिए गेंहू का आटा या मल्टीग्रेन आटे की मट्ठी बनाना उचित होता है। कोशिश करें कि बजाय फ्राई करने के मट्ठी बेक कर लें। मट्ठी अपने मनपसंद साइज की बनाइये। ओरिजनल बड़ी होती है और थोड़ी मोटी भी। जबकि मुझे पतली और छोटी मट्ठी अधिक सुविधाजनक लगती है। बड़ी मट्ठी को अलग-अलग shapes में भी काट कर बेक या फ्राई किया जा सकता है।
आधा कटोरी भीगी हुई चने की दाल नमक हल्दी के साथ उबाल लीजिये। एक बड़े चम्मच तेल में हींग, जीरा,लौंग, दालचीनी,साबुत लाल मिर्च, करी पत्ता और तेजपत्ते का तड़का दीजिये। उसमें दो बारीक कटे टमाटर डालकर तेल छूटने तक धीमी से मध्यम आंच पर चलाते हुए भून लीजिये और दाल में मिला दीजिये। आप चाहें तो स्वादानुसार गरम मसाला भी मिला लें, उससे स्वाद बढ़ जाता है। दाल को 3 से 5 मिनट धीमी आंच पर ढक्कन लगाकर पकने दीजिये। सर्व करते समय मट्ठी पर दाल रखिये और बारीक कटी प्याज , हरी मिर्च और हरी धनिया से सजा दीजिये।
यहाँ एक सुझाव सामान्य लोगों के लिए जोड़ रही हूँ। दाल तैयार हो जाने पर छौंकने से पहले उसमें एक छोटी सी डली गुड़ की डाल दीजिए। दाल छौंकने और पका लेने के बाद उसमें स्वादानुसार हरी धनिया की खट्टी चटनी और इमली की मीठी चटनी मिलाइये तब सर्व कीजिये।
साथ में सप्ताह में एक बार कुछ हल्की मिठास वाला मीठा दीजिये जिससे मरीज को अच्छा लगेगा।
12 ब्रिटानिया मैरी गोल्ड बिस्कुट को मिक्सी में बारीक कर लीजिए। बिस्कुट पाउडर में 1/2 tsp आयल मिलाइये। सर्विंग ग्लास या बोल में बिस्कुट पाउडर की लेयर लगाइए। ऊपर से कस्टर्ड डालिये। बीच में एक पतली लेयर बिस्कुट पाउडर की और लगाई जा सकती है। ऊपर से कस्टर्ड डालिये। सजाने के लिए अनार के दाने, कीवी, ड्रैगन फ्रूट, कटी हुई बादाम, अखरोट, काली किशमिश डालिये।
Wednesday, 5 May 2021
जीत जायेंगें हम ... 【 3 】
मखाना जिसे foxnut कहते हैं हमारे अंग्रेजीदां , गुणों की खान है।
मखाने में एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव पाया जाता है।
इसमें एथेनॉल पाया जाता है जो हमारे शरीर के वजन को बढ़ने से नियंत्रण में रखता है।
इसमें पाया जाने वाला एल्कलॉइड व रेसिस्टेंट स्टार्च हार्ट, हाई बीपी, डायबिटीज, किडनी के मरीजों के लिए अच्छा होता है।
इसमें प्रोटीन , आयरन , पोटेशियम, मैग्नीशियम पाया जाता है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है।
50 ग्राम मखाने में 181 कैलोरी
और वहीं पर पोटैटो चिप्स के 50 ग्राम में 271 कैलोरी पाई जाती है और गुण संभवतः एक भी नहीं।
मखाने को गुड़ से कैरेमलाइज कर लीजिए और जार में भर कर रख लीजिए। हो गया न मीठा आपके स्वीट टूथ के लिए।
मखाने को जरा से शुद्ध घी में करी पत्ता तड़का तैयार कर सूखे भुने मखाने भूनकर मिलाइये। नमक, सफेद मिर्च और पुदीने का पाउडर मिलाइये। जार में भर कर रख लीजिए।
कश्मीरी लाल मिर्च, पिसी शक्कर,ऑरेगैनो, रोज़मेरी, सूखे टमाटर का पाउडर और नमक किसी बन्द बोतल में डालकर अच्छी तरह शेक करके पेरी-पेरी मसाला बना लीजिए। पैन में जरा से शुद्ध घी में सूखे भुने मखाने और पेरी-पेरी मसाला डालकर कुछ मिनट भून लें। इसे भी जार में भर लें।
याद रहे जार स्टारलाइज़्ड हों और एयरटाइट हों।
अब इन जार को किसी ऐसी जगह रखें जहाँ से आप बार-बार गुजरते हों। जब मन किया रुके और कुछ दाने मुँह में 😊
अब आलू के चिप्स/ पोटैटो चिप्स या मखाना .... यह निर्णय आपके लिए मैं नहीं ले सकती ...मैंने अपना निर्णय तो लिया हुआ है 😊
कोविड मरीजों के लिए टैग लाइन है :
“ जीत जायेंगें हम ”